जीवनशैली के बदलने के साथ हमारे शरीर में अनेक परिवर्तन हो रहे हैं। इन परिवर्तनों में आहार, व्यायाम, और तनाव की स्तर शामिल हैं। विज्ञान ने दिखाया है कि बढ़ता हुआ कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक के बीच मुख्यता एक गहरा संबंध है।
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इस लेख में, हम कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने और हार्ट अटैक आने के कारणों को समझेंगे और इन समस्याओं से बचने के लिए कुछ सावधानियों पर भी चर्चा करेंगे।
कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कारण
अनहेल्दी आहार: बढ़ते कोलेस्ट्रॉल का मुख्य कारण अनहेल्दी आहार है, जिसमें अधिक मात्रा में तेजी से पकाई गई और तली हुई चीजें शामिल होती हैं। वसा और चिकना खाने से उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि होती है।
असक्रिय जीवनशैली: बैठे रहने और अनियमित व्यायाम के कारण शरीर का कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ जाता है। व्यायाम करने से न होने पर, लिपीय तत्व शरीर के रक्त में जमा हो जाते हैं।
मोटापा: वजन का बढ़ना और मोटापा भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को उच्च करता है। मोटापे से ग्रस्त शरीर को अतिरिक्त वसा की आवश्यकता होती है जो इसे शरीर के भीतर इकट्ठा कर लेता है।
धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है और हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है।
हार्ट अटैक के कारण
कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना: उच्च कोलेस्ट्रॉल से रक्त वाहिकाओं में एकत्रित कोलेस्ट्रॉल जमा होता है, जो आराम से दिल की धड़कन को बाधित करता है और रक्त प्रवाह को रुकवाता है। यह दिल के अवसाद का प्रमुख कारण होता है, जिसके परिणामस्वरूप हार्ट अटैक हो सकता है।
धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन से दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है, जिसमें हार्ट अटैक भी शामिल है।
शारीरिक नियंत्रणहीनता: शारीरिक नियंत्रणहीनता, व्यायाम का अभाव, और सही तरीके से न सोने के कारण दिल की सेहत पर बुरा असर पड़ता है, जो हार्ट अटैक को बढ़ाता है।
सावधानियां
स्वस्थ आहार: अपने आहार में सब्जियां, फल, पूरे अनाज, और हरा सब्जियां शामिल करें। तले हुए खाने और मिठाई की मात्रा को कम करें और तेजी से पकाए गए चीजें खाने से बचें।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से हृदय स्वस्थ रहता है और कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट की उचित शारीरिक गतिविधि करना चाहिए।
तंबाकू और शराब का त्याग: धूम्रपान और शराब के सेवन को बंद करना आवश्यक है।
नियमित चेकअप: अपने डॉक्टर के साथ नियमित चेकअप करवाना न भूलें। वे आपको सही मार्गदर्शन करेंगे और रक्त प्रवाह, कोलेस्ट्रॉल स्तर, और दिल की सेहत का नियंत्रण करने में मदद करेंगे।
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